100 रुपये के पुराने नोट मार्केट से रातों-रात बंद, RBI का नया नियम जारी! Old 100 Note Validity

Old 100 Note Validity: भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने 100 रुपये के पुराने नोटों को लेकर एक बड़ा और चौंकाने वाला फैसला लिया है। अब बाजार में पुराने डिजाइन वाले 100 रुपये के नोट बंद कर दिए जाएंगे। यह फैसला अचानक से लागू किया गया है जिसकी वजह से व्यापारियों और आम जनता में हलचल मच गई है। RBI ने अपने निर्देश में कहा है कि विशेष सीरीज और पुराने डिजाइन वाले नोट अब वैध मुद्रा नहीं माने जाएंगे। हालांकि नए डिजाइन वाले 100 रुपये के नोट पहले की तरह चलते रहेंगे। यह फैसला कालेधन पर रोक लगाने और नकली नोटों के चलन को खत्म करने के उद्देश्य से लिया गया है।
कौनसे नोट होंगे बंद
RBI के मुताबिक जो 100 रुपये के नोट महात्मा गांधी सीरीज (1996 और 2005 संस्करण) के हैं और जिनका डिजाइन हरे-नीले रंग का है, उन्हें अब बाजार में वैध नहीं माना जाएगा। इनमें से कई नोटों की छपाई काफी पहले बंद कर दी गई थी लेकिन अब भी ये नोट लेनदेन में इस्तेमाल हो रहे थे। अब RBI ने साफ कर दिया है कि केवल नई महात्मा गांधी (न्यू सीरीज) के 100 रुपये के बैंगनी रंग के नोट ही वैध होंगे। जो पुराने नोट अब भी लोगों के पास हैं उन्हें जल्दी से बैंक में जाकर बदलवाना होगा वरना वो रद्दी के समान हो जाएंगे।
कहाँ और कैसे बदलें
अगर आपके पास पुराने डिजाइन के 100 रुपये के नोट हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है। RBI ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि वे इन नोटों को ग्राहकों से लेकर नए नोट उपलब्ध कराएं। आप अपने नजदीकी बैंक ब्रांच में जाकर पुराने नोट जमा कर सकते हैं या एक्सचेंज करा सकते हैं। इस प्रक्रिया में किसी तरह के डॉक्यूमेंट की जरूरत नहीं होगी यदि राशि सीमित है। हालांकि बड़ी मात्रा में पुराने नोट ले जाने पर बैंक आपसे पहचान पत्र मांग सकते हैं। यह नोट बदलने की सुविधा सीमित समय तक ही उपलब्ध रहेगी इसलिए जल्द से जल्द इसे पूरा कर लेना ही समझदारी होगी।
क्यों लिया गया फैसला
RBI का यह कदम नकली नोटों की बढ़ती शिकायतों और सुरक्षा के लिहाज से जरूरी माना जा रहा है। पुराने नोटों में सिक्योरिटी फीचर्स काफी कम होते हैं और इन्हें आसानी से नकली बनाया जा सकता है। इसके अलावा बाजार में पुराने नोटों के नाम पर ग्राहकों को ठगने की घटनाएं भी बढ़ गई थीं। यही वजह है कि RBI अब धीरे-धीरे पुराने नोटों को पूरी तरह सिस्टम से बाहर करने की योजना पर काम कर रहा है। इससे डिजिटल भुगतान को भी बढ़ावा मिलेगा और नकदी का सही ट्रैक रखा जा सकेगा। साथ ही इससे बैंकिंग व्यवस्था और अधिक मजबूत होगी।
व्यापारियों में हलचल
इस फैसले के बाद छोटे दुकानदारों और व्यापारियों में चिंता की लहर दौड़ गई है। बहुत से लोग अभी भी पुराने 100 रुपये के नोट लेनदेन में ले रहे थे और अब उनके पास जमा इन नोटों की वैधता खत्म हो चुकी है। ऐसे में वे अब बैंक जाकर नोट बदलवाने की तैयारी में हैं। कई जगहों पर ग्राहकों को पुराने नोट लेने से इनकार भी किया जा रहा है। हालाँकि बैंकर्स का कहना है कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है और नोट बदलने की पूरी व्यवस्था की गई है। RBI ने सभी बैंकों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि लोगों को कोई परेशानी न हो।
सोशल मीडिया पर चर्चा
RBI के इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं। कुछ लोगों ने फैसले की तारीफ की है जबकि कई ने अचानक लिए गए इस निर्णय पर नाराजगी जताई है। ट्विटर और फेसबुक पर #100RupeesNote ट्रेंड करने लगा है और लोग तरह-तरह की मीम्स और पोस्ट शेयर कर रहे हैं। कुछ लोगों ने मजाक में कहा कि अब पुराने नोट भी ऐंटीक आइटम हो गए हैं जबकि कुछ ने सवाल उठाया कि नोटबंदी जैसे हालात क्यों बनाए जा रहे हैं। फिलहाल सरकार की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि ये कोई नोटबंदी नहीं है बल्कि एक रेगुलर क्लीन-अप प्रक्रिया है।
नकली नोट पर सख्ती
RBI के अनुसार यह फैसला नकली नोटों के चलन को रोकने के लिए बेहद जरूरी हो गया था। पिछले कुछ महीनों में फर्जी 100 रुपये के नोट मिलने की घटनाएं तेजी से बढ़ीं थीं। खासकर ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों में इनकी शिकायतें ज्यादा मिल रही थीं। अब जब पुराने नोट हटाए जाएंगे तो नकली नोटों को पहचानना और उन्हें सिस्टम से हटाना आसान हो जाएगा। इसके साथ ही बैंकिंग चैनल पर भी सरकार की निगरानी मजबूत होगी जिससे देश की अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता बनी रहेगी। इसलिए सरकार इस पूरे फैसले को आर्थिक सुधार का एक अहम कदम मान रही है।
अस्वीकृति
यह लेख 100 रुपये के पुराने नोटों को लेकर RBI द्वारा जारी निर्देशों पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी आधिकारिक घोषणाओं और मीडिया रिपोर्ट्स से ली गई है जो समय के साथ बदल भी सकती है। कृपया किसी भी लेनदेन या निर्णय से पहले अपने नजदीकी बैंक से पूरी जानकारी प्राप्त करें। यह लेख केवल सूचना देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है और इसे किसी कानूनी या वित्तीय सलाह के रूप में न लें। सही जानकारी और तारीखों की पुष्टि के लिए RBI की आधिकारिक वेबसाइट पर अवश्य जाएं।